नमस्कार दोस्तों आप साभिका हमारे लेख के अंदर स्वागत है अभी विंटर की सीजन चल रहा है इसके लिए अभी किसान भाई गेहू की खेती करेंगे जिसके अंदर किसान कही प्रकार के गेहू की खेती करेंगे गेहू की खेती के अंदर काही प्रकार के बीज आते है आज हम आपको हमारे इस लेख के अंदर आपको गेहू की खेती करने का सही समय और कोसे किस्म की खेती करने से किसान भाई को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके और उसके साथ साथ कॉनसी खाद डाले वो सब जानकारी आपको इस लेख मे दी है तो आप इस लेख को ध्यान से पढे
gehu ki kheti ke liye adarsh tapman kitna hona chahiye
हमारे किसान भाई गेहू की खेती करते है जो विंटर के समय के अंदर की जाती है विंटर की सीजन के अंदर तापमान कम होता है अगर किसान भाई के लिए गेहू की फसल के लिए एक आरदर्श तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तापमान होता है आगर किसान भाई इस तापमान को ध्यान मे रखते हुए खेती करे तो गेहू की खेती के अंदर ज्यादा पैदावार ले सकते है
गेहू की खेती के लिए उन्नत किसमे
गेहू की खेती के अंदर उसकी उपज और क्षमता उसके अलावा उसकी पैदावार को ध्यान मे रखकर किसमे होती है जिसके अंदर अलग अलग किस्म की बात करे तो जिसके अंदर DBW-370 DBW-372 और DBW-372 है इन किस्म का प्रयोग जल्दी बुआई के लिए किया जाता है और इसकी उपज की बात करे तो 75 क्विंटल प्रति हेक्टर होता है इसके बारे मे और नई किस्म के बारे मे जानकारी नीचे दी हुई है
गेहू की किस्म DBW-370
DBW-370 एक उच्च उपज देने वाली गेहूं की एक किस्म है जो भारत में विकसित की गई है। यह एक अर्ध-बौनी गेहूं की श्रेणी में आती है और इसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा विकसित किया गया था, जिसे गेहूं अनुसंधान निदेशालय (DWR) ने करनाल, हरियाणा, भारत में जारी किया।DBW-370 का मुख्य उपयोग चपाती और अन्य गेहूं-आधारित खाद्य उत्पादों के लिए होता है। इसकी खासियत यह है कि यह अच्छी मात्रा में गेहूं के दाने पैदा कर सकती है, जिससे अधिक उपज होती है।में सामान्य गेहूं रोगों के प्रति कुछ प्रतिरोध हो सकता है, लेकिन इसका प्रतिरोध स्थानीय पर्यावरण और प्रजनन लक्ष्यों के आधार पर भिन्न हो सकता है।इसकी खेती उत्तरी भारत के गेहूं उगाने वाले क्षेत्रों के लिए अनुकूलित है, विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब, और उत्तर प्रदेश राज्यों में। यह किसानों को उच्च उत्पादन देने में मदद कर सकती है और इन क्षेत्रों में गेहूं की खेती को सुधार सकती है।
गेहूं की किस्म DBW-371
इस किस्म को अगेती बुआई के लिए सबसे बढ़िया है जिसके अंदर ज्यादा से ज्यादा हम उत्पादन 87.5 क्विंटल प्रति हेक्टर ले सकते है बाकी आम तौर पर 75 क्विंटल प्रति हेक्टर ले सकते है इस किस्म को राजस्थान पंजाब दिल्ली हरियाणा वो सब जगह उगाया जा सकता है लेकिन सिर्फ उदयपुर और कोटा के अलावा सभी जगह उगाया जा सकता है इस किस्म को फसल देने मे 150 दिन का समाए लगता है
गेहूं की किस्म DBW-372
गेहूं की डीबीडब्ल्यू-372 किस्म की उत्पादन क्षमता 84.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। इसकी औसत उपज 75.3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है, और यह 151 दिनों में पूरी तरह से पककर तैयार हो जाती है। भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने इस किस्म का विकास किया है।
गेहू की किस्म DBW-187
इस किस्म को आप शरदी की सीजन मे उगा सकते हो इस को उगाने की सही समय की बात करे तो बुआई करने का उचित समय 1 नवंबर से 25 नवंबर तक का है अगर इस किस्म की पिछेती बुआई करनी है तो आपको 25 नवंबर से 25 दिसंबर के बीच मे कर सकते है इस किस्म के अंदर ज्यादा से ज्यादा 30 से 32 कुंतल प्रति एकड़ मे मिल सकती है अगर इसकी पकने समय 120 से 130 दिन का होता है
सारांश
किसान भाई हमने आपको इस लेख के अंदर बताया है की आप गेहू की खेती करने के लिए आरदर्श तापमान और उसकी उन्नत किस्म के बारेमे तो आपको इस लेख पसंद आया होगा तो दूसरे किसान भाई के साथ जरूर शेर करे