coco peat kyahai kaise banta hai:कोकोपिट क्या है कैसे बनता है

coco peat kyahai kaise banta hai:कोकोपिट क्या है कैसे बनता है

नमस्कार आप सभीका हमारे ये लेखमे आपका स्वागत है आज हर कोई किसान खेति में कुछ नया करना चाहता है अब आधुनिक टेक्नोलोजी बढ़ रही है उसके साथ किसान भी अपनी सोच बदलता है आधुनिकता के साथ साथ परिवर्तन भी लता है अभी एक नइ टेक्नोलोजी आई है उसका नाम है हायड्रोफोनिक फर्मिंग कहते है यानि की मिट्टी रहित खेती इस में मिट्टी का उपयोग नहीं किया जाता है इसके आलावा कोको पिट(coco petat) का उपयोग किया जात है कोको पिट(coco petat) मिट्टी बहेतर उत्पादन देता है कोको पिट(coco petat) नारियेल के छिल्को में से बनाया जाता है कोको पिट(coco petat) पौधे या छोड़ के बहेतारिन विकास करते है क्यों की कोको पिट(coco petat) में पौधे और छोड़ को रोग लगने से आधिक तक बचाता है इसके आलावा कोको पिट(coco petat) कही जगह पर उपयोग होता है जैसेकी घरो की बालकनी में पौधे लगाने के लिए भी उपयोग किया जाता है तो चलिए हम देखते है की कोको पिट(coco petat) कैसे बनता है वो सब जानकारी लेते है

coco peat kyahai kaise banta hai:कोकोपिट क्या है कैसे बनता है

कोको पिट के फायदे(benefits of coco peat)

  • कोको पिट पौधे या छोड़ को आंशिक रोग से बचाता है 
  • कोको पिट पौधे का विकास करने में मदद करता है क्यों की वो एक खाद की तरह काम करता है 
  • कोको पिट मे पानी को संगृहीत करने की शक्ति ज्यादा है वो पानी को संगृहीत करके रखता है उसी लिए पौधे को सुकने नहीं देता है 
  • कोको पिट ओरगेनिक होने की वजह से हमारे लिए और नेचर के लिए सुरक्षित है 
  • कोको पिट कुछ समय तक दुबारा उपयोग कर सकते है 

कोको पिट का उपयोग(Uses of coco peat beans)

कोको पिट (coco petat) का उपयोग हमारे किसान लोग आधुनिक फार्मिंग के लिए करते है उसके आलावा नर्सरी में पौधे का बिज उगाने के लिए करते है मौसम ख़राब होने की बजह से मिट्टी में पौध्रे बिगड़ न जाए उसके लिए कोको पिट(coco petat) किसान उपयोग करते है उसके आलावा कोको पिट(coco petat) का उपयोग घरो में गमले में पौधे लगाने के लिए भी करते है उसके आलावा ओर्गेनी खाद बनाने के लिए और कही जगह उपयोग होता है

कोको पिट कैसे बनता है (how is coco peat made)

कोकोपिट(coco petat) बनाने के लिए फेक्टरी में लिले नारियल के खालीट्रोबे  को एखठा करके सुकाते है 

उसके बाद मशीन के जरिये चिल्खे के रसे आलग निकल ते हैं और कोको पिट(coco petat) आलग निकल ते है 

उसके बाद मशीन के जरीय कोको पिट(coco petat) को छानकर कचरा आलग निकल ते है और शुद्य कोको पिट को एखठा करते है 

उसके बाद मशीन के जरिये शुद कोको पिट(coco petat) के ब्लोक बनाते है और बाजार में बेचने के लिए भेजते है

कोको पिट घरपर कैसे बनाये (How to make cocoa pit at home)

सबसे पहले कोको पिट(coco petat) बनाने के लिए आपको नारियेल के चिलको को एख्ठा करना है उसके बाद उसको 10 से15 पानी में भिगोके रखने है 

उसके बाद आपको भिगोये हुए छिलकों को बहार निकल के सही से\ सुखा लेना है और मिक्सर में पिस कर छान लेना है आपका कोको पिट(coco petat) तैयार 

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कोकोपीट क्या काम आता है?

कोको पिट ओरगेनिक फार्मिंग के लिए और हय्द्रोफोनिक फार्मिंग में मिट्टी की जगह उपयोग किया जाता है उसके आलावा मिट्टी में मिलाने से मिट्टी को सॉफ्ट बनता है उसके आलावा खाध का भी काम करती है उसके आलावा घर मे पौधे लगाने के लिए भी उपयोग होता है

कोको पीट कैसे बनाया जाता है?

कोकोपिट(coco petat) बनाने के लिए फेक्टरी में लिले नारियल के खालीट्रोबे  को एखठा करके सुकाते है उसके बाद मशीन के जरिये चिल्खे के रसे आलग निकल ते हैं और कोको पिट(coco petat) आलग निकल ते है उसके बाद मशीन के जरीय कोको पिट(coco petat) को छानकर कचरा आलग निकल ते है और शुद्य कोको पिट को एखठा करते है उसके बाद मशीन के जरिये शुद कोको पिट(coco petat) के ब्लोक बनाते है और बाजार में बेचने के लिए भेजते है

कोकोपीट क्या रेट मिलता है?

कोको पिट का रेट हर जगह अलग अलग होती है ज्यादतर 30 से 40 रूपये किलो मिलती होती है

कोको पीट और कॉयर पीट में क्या अंतर है?

कोको पिट और कोको कोयर में कोई ज्यादा अंतर नहीं होता कोको पिट बनाते हुए निकले हुए नारियेल के छिल्को में से कोको कोयर बनाते है वो कोको पिट से ज्यादा पानी शोषक होता है


क्या कोकोपीट को मिट्टी में मिलाया जा सकता है?

हा कोको पिट को मिट्टी में मिलाने से मिति सॉफ्ट बनती है और कोको पिट खाद्य का काम करती है

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