हाइड्रोपोनिक फार्मिंग एक मिट्टी रहित खेती प्रणाली है जिसमें पौधों को पानी में पोषक तत्व देके उगाया जाता है

इस तकनीक को सबसे पहले  जर्मनी के वैज्ञानिक जूलियस सैक्स ने खोजा था।

हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के केंद्र यूरोप, अमेरिका, कनाडा, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अब हमारे  भारत मे मौजूत है

पानी में ऑक्सीजन, पोषक तत्व, और खाद्य पदार्थों को उचित मात्रा में प्रदान किया जाता है जो पौधों की वृद्धि और विकास  के लिए आवश्यक होते हैं।

एरोपोनिक्स फार्मिंग एक टेक्निक है जिसमें पौधों को कमरे में उगाया जाता है जिसमें पौधों की जडॉ को नेट की मदद से हवा में लटकती रहती हैं।

इस तरीके से पौधों की विकास गति बढ़ती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।

हाइड्रोपोनिक फार्मिंग और एरोपोनिक्स की तकनीकें जमीन की जरूरत कम करके वृद्धि करने में मदद कर सकती हैं।

यह तरीके नियंत्रित माहौल में पौधों को उगाने का एक अच्छा और आधुनिक तरीका हो सकता है।

हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के जरिये कही नई फसलों की खेती की जा सकती है, जो विशेषता को पूरा करती है।

यह तकनीक खेती में सुरक्षित और स्वास्थ्यपूर्ण खाद्य प्रदान करने का एक उत्कृष्ट तरीका हो सकता है, जो आगामी पीढ़ियों के लिए साफ और उपयुक्त पर्यावरण सुनिश्चित करता है।

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